कांग्रेस: असम के चुनावी रण को " दिल और दिमाग " से जीतेगी क्या ?
असम जहां कॉन्ग्रेस के पास गोगोई जैसे कद्दावर नेता थे जिन्होंने असम पर लंबे समय तक राज किया, आज से किया और तरुण गोगोई जैसे कद्दावर नेता मौजूद नहीं है उनकी मृत्यु के बाद कॉन्ग्रेस असम के चुनावी मैदान में उत्तरी है और उसके हाथ में इस समय सत्ता भी नहीं है सत्ता भाजपा के पास है, असम मैं पहली बार भाजपा सत्ता पर का बीज हुई थी!
भाजपा सत्ता को बचाने के लिए और कांग्रेस सत्ता में वापसी करने के लिए संघर्ष कर रही है !
असम में लगता है कांग्रेस की चुनावी कमान प्रियंका गांधी ने अपने हाथों में ले ली है ! एक तरफ प्रियंका गांधी के नेतृत्व में युवा ताकत गौरव गोगोई और भंवर जितेंद्र सिंह है, जिन्होंने पूरा चुनाव युवा जोश और युवा ताकत से भर दिया है तो दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ताकत दिखाना शुरू कर दिया है !
भाजपा के सामने संकट उनके साथ असम की सत्ता में रहे लोगों से अधिक है क्योंकि बड़ी संख्या में भाजपा के साथ रहे विधायक भाजपा को छोड़कर चुनाव लड़ रहे हैं !
वही कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका गांधी असम की जनता के बीच भावनात्मक कार्ड खेल रही हैं जिसका प्रभाव भी देखा जा रहा है वही प्रियंका गांधी भा जा पा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को लेकर उस पर हमलावर हैं ! असम चुनाव कांग्रेस के लिए जीतना महत्वपूर्ण है लेकिन असम का चुनाव कांग्रेस के लिए एक चुनावी प्रयोगशाला भी है यदि कॉन्ग्रेस असम में सफल हो जाती है तो, असम चुनाव की जीत के बाद देश और कांग्रेस के लिए एक नेता का उदय होगा, जिसका इंतजार देश और कॉन्ग्रेस लंबे समय से कर रहे हैं !
असम में कॉन्ग्रेस की जीत के बाद क्या प्रियंका गांधी देश के सामने एक बड़ी कद्दावर नेता के रूप में दिखाई देंगी ? जो भविष्य में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सन 2024 के लोकसभा चुनाव में टक्कर देंगी !
शायद राजनीतिक पंडितों और चुनावी विश्लेषकों की नजर अभी इस पर नहीं पढ़ रही होगी लेकिन जिस तरह से असम चुनाव में प्रियंका गांधी भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी नीतियों को लेकर घेर रही हैं , खासकर सरकारी उपक्रमों को बेचने के मुद्दे पर और बेरोजगार युवाओं की समस्याओं पर प्रियंका गांधी जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेर रही है उससे लगता है कि आने वाले दिनों में प्रियंका गांधी इन मुद्दों को लेकर सारे देश में अभियान चलाएगी लेकिन यह अभियान तब भी चलेगा जब कॉन्ग्रेस असम में सरकार बनाएगी,! प्रियंका गांधी के लिए असम चुनाव महत्वपूर्ण बन गया है क्योंकि यदि कॉन्ग्रेस असम के रण को जीतती हे तो यह प्रियंका गांधी की किसी राज्य में उनकी चुनावी रणनीति की पहली जीत होगी ! अब देखना होगा कि कॉन्ग्रेस असम के रण को जीत पाती है या नहीं इसका अभी हमें इंतजार करना होगा !
![]() |
देवेंद्र यादव, वरिष्ठ पत्रकार व राजनीतिक विश्लेषक |