"कोविड-19 दूसरा चरण "
दान धैर्य विश्वास और जिम्मेदारी
कोविड-19 महामारी के दूसरे चरण की तुलना प्रथम चरण से करें तो, दूसरे चरण में अनेक ऐसी बातें देखने को मिलेंगी जो दूसरे चरण में देखने को नहीं मिली ! लेकिन प्रथम चरण और दूसरे चरण में कुछ एक समानताएं भी देखने को मिली, मसलन अफरा तफरी और आहा कार, प्रथम चरण में अचानक से देशभर में संपूर्ण लॉकडाउन लगा इस कारण प्रवासी मजदूरों के बीच अपने अपने गंतव्य स्थानों पर जाने के लिए देशभर में मजदूरों की अफरा तफरी और हाहाकार देखने को मिला।
वहीं दूसरे चरण में अचानक से कोविड-19 महामारी की घातक दस्तक ने तांडव मचाया जिसके कारण ऑक्सीजन दवाइयां और अस्पतालों में बेड के लिए अफरा तफरी और आहा कार मचा !
प्रथम चरण में संपूर्ण लॉकडाउन होने पर जनता ने धैर्य रखा और सरकार पर विश्वास किया, केंद्र और राज्य सरकारों ने अपनी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया ! प्रथम चरण में पहली बार देश के सामने प्रकट हुई कोरोना महामारी से बचने और रोकथाम करने के लिए देश की जनता ने सरकारों और असहाय जनता की जमकर आर्थिक मदद की ! देश की जनता ने कोरोना महामारी से बचने के उद्देश्य को लेकर सरकार को दान राशि देकर एक बड़ी मिसाल कायम की !
प्रथम चरण में केंद्र और राज्य सरकारों ने कोरोना महामारी से प्रभावित क्षेत्रों मैं संपूर्ण लोग डाउन की स्थिति में जनता की भरपूर आर्थिक मदद की राज्य सरकारों ने अपने-अपने राज्य की असहाय और गरीब जनता के दरवाजे पर भोजन की व्यवस्था की ! मुफ्त दवाइयां मुफ्त इलाज और महामारी से मृत्यु हुई लोगों का अंतिम संस्कार भी सरकारों ने ही किया था !
प्रथम चरण में राज्य सरकार ने पूर्ण जिम्मेदारी के साथ कोरोना पेशेंट को घर से अस्पताल ले जाने और अस्पताल में मरीज का मुफ्त इलाज करने से लेकर मरीज के लिए भोजन से लेकर नाश्ता तक की व्यवस्था राज्य सरकारों ने की थी !
कोरोना महामारी के दूसरे दौर में दान धैर्य विश्वास और जिम्मेदारी क्या नदारद सी नजर आ रही है ? जिन परिवारों ने प्रथम चरण में लोगों की भरपूर आर्थिक मदद की थी दूसरे दौर में वह परिवार कोरोना महामारी से पीड़ित होकर स्वयं के लिए सरकार से ऑक्सीजन बेड और दवाइयों की मदद मांगते हुए दिखाई दिए ! प्रथम चरण में केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर कोरोना महामारी से जंग जीतने की लड़ाई लड़ी लेकिन दूसरे चरण में केंद्र और राज्य सरकारें ऑक्सीजन दवाइयां और वैक्सिंग को लेकर आपस में लड़ते दिखाई दे रहे हैं !
प्रथम चरण में केंद्र सरकार ने बड़े आर्थिक पैकेज की तुरंत घोषणा की थी लेकिन दूसरे चरण में आर्थिक पैकेज का इंतजार हो रहा है !
कोरोना महामारी से पीड़ित जनता को दवाइयों ऑक्सीजन और अस्पताल में बेड का इंतजाम स्वयं करते हुए देखा जा सकता है ! प्रथम चरण में कोरोना पीड़ितों को आवश्यक दवाइयां सहज ही मिल जाया करती थी लेकिन दूसरे चरण में मुनाफाखोरी के चलते मरीजों को आवश्यक दवाइयां खरीदने में तकलीफ होती हुई दिखाई दे रही है !
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Devendra Yadav Sr. Journalist |
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