उत्तर प्रदेश से दिल्ली-आरएसएस का मंथन और योगी की यात्रा !
उत्तर प्रदेश की राजनीति को लेकर लगातार आर एस एस का मंथन और मंथन के बाद अचानक योगी आदित्यनाथ के दिल्ली कूच करने से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है !
गुरुवार 10 जून को दिन भर राजनीतिक गलियारों में और मीडिया के गलियारों में योगी की दिल्ली यात्रा को लेकर चर्चा होती रही ! क्या उत्तर प्रदेश भाजपा की राजनीति में सब कुछ ठीक है ?या फिर सब कुछ ठीक नहीं है ?
इस पर ही कयास लगते हुए सुनाई दिए! उत्तर प्रदेश भाजपा की राजनीति को लेकर विधानसभा चुनाव से पूर्व आर एस एस का मंथन, और मंथन से निकली वह बात की आगामी विधानसभा चुनाव में भा ज पा मुस्लिम समुदाय के लोगों को भी पार्टी का उम्मीदवार बना सकती है ? उत्तर प्रदेश कांग्रेस में भारतीय जनता पार्टी की सेंधमारी और कांग्रेस नेता जतिन प्रसाद का भाजपा में शामिल होना वह भी दिल्ली के अंदर, इन दोनों घटनाक्रमों के बाद योगी आदित्यनाथ का अचानक दिल्ली जाना और दिल्ली जाकर गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने का कार्यक्रम उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा कर देता है !
सबसे बड़ा सवाल आर एस एस के मंथन के बाद राजनीतिक गलियारों में लगाया गया वह कयास है की उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी मुस्लिम समुदाय के लोगों को भी अपना प्रत्याशी बना सकती है ?
सवाल मुस्लिम समुदाय और भा ज पा के नेताओं पर भरोसे का भी सामने आएगा ?
ऐसे में उत्तर प्रदेश भाजपा के अंदर वह कौन सा नेता है जिस पर मुस्लिम भरोसा कर सकते हैं! वह नेता देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं जिन पर उत्तर प्रदेश के मुस्लिम भरोसा कर सकते हैं ? अब सवाल उठता है कि क्या भाजपा आगामी विधानसभा का चुनाव राजनाथ सिंह के नेतृत्व में लड़ सकती है ?
चुनाव से पहले राजनाथ सिंह अपने राजनीतिक अनुभव और करिश्मा की दम पर अन्य पार्टियों के अल्पसंख्यक नेताओं को भाजपा मैं शामिल करवाने की दम भी रखते हैं !
राजनाथ सिंह की उत्तर प्रदेश के भीतर सर्वमान्य नेता की छवि है जिसका लाभ आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा उठा सकती है !
कांग्रेस के युवा ब्राह्मण चेहरा जतिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने के बाद और मुस्लिम समुदाय के लोगों को भाजपा के द्वारा अपना उम्मीदवार बनाने के कयास से लगता है कि भाजपा चुनाव से पूर्व अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं को भा जा पा में शामिल कराने की कड़ी में कांग्रेस के भीतर ही सेंधमारी करेगी क्योंकि भाजपा के लिए सबसे आसान कांग्रेस ही दिखाई देती है जिसके नेता भा जा पा में शामिल हो सकते हैं, क्या भाजपा की नजर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन रहे नवीद पर रहेगी, क्योंकि नावेद कांग्रेस के युवा कद्दावर और चर्चित चेहरा है और इस समय वह पद विहीन हैं कुछ समय पहले ही हाईकमान ने नावेद को पद मुक्त किया है और उन्हें अभी तक अन्य किसी पद पर कांग्रेस ने नवाजा भी नहीं है !
बात योगी की दिल्ली यात्रा की हो रही है ! दिल्ली में योगी की गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उत्तर प्रदेश को लेकर क्या बात हुई और होगी इस पर सबकी नजर है, और परिणाम का हमें इंतजार करना होगा !
(लेखक: देवेंद्र यादव, कोटा राजस्थान)